आज मैं एक ऐसी कहानी लिख रही हूं, जो एक अनाथ छोटी बच्ची के जीवन से जुड़ी है, जो रहती तो एक बड़े ही अमीर पढ़े लिखे परिवार में है। पर सबके होते हुए भी उसका कोई नही होता। उस कहानी के कुछ मुख्य पात्र हैं जिसका नाम मैं पहले ही लिख रही हूं।
मुख्य पात्र:< इंडियन" एक अनाथ छोटी बच्ची जिसको एक बड़ा और अमीर खानदान गोद लेता है।
विजय,पत्नी सरोजशर्मा जो इंडियन को लिए है हालाकि विजय के दो एक बाइस साल का बेटा है, पर बेटी ना होने के कारण बह हमेशा दुखी रहा करते थे, बेटे का नाम "जगत"
अनीश पत्नी प्रभा" विजय का साला जो विजय के साथ ही उनके घर में रहते है, उन पर भी दो बेटे ही है।बड़ा बेटा "अमर" आर्मी में कमांडर है, छोटा बेटा "रुद्र" जो नैवी की तैयारी में है।
विमल पत्नी तनु" विमल विजय का छोटा भाई है, उनके भी दो बेटे है। बड़ा बेटा "श्लोक" घर का ही पिता का बिजनेस करता है जो हीरों का है, छोटा बेटा, बेटा "वरुण"
अनूप पत्नी सोना" जो जगत का बचपन का दोस्त है उन्ही घर के पास रहता है बह डॉक्टर है,
उसकी एक छोटी बहन है जो इंडियन की दोस्त बनी है
"ऋषि" अनूप का छोटा भाई जो इंडियन को प्यार करता है,
छोटे बच्चो में किया प्यार किया दोस्ती, ऋषि बस इंडियन के साथ खुश रहता है उसे पसंद करता है, उसको खुश रखता है,
कहते हैं जब घर के सभी बड़े लोग अपने बड़े बच्चों के साथ छोटो को जोड़ने लगे तो छोटे बच्चो के दिल पर एक गहरा प्रभाव पड़ता है ऐसा ही कुछ इंडियन के साथ हुआ। बह अचानक से एक सड़क से एक महल जेसे घर में आ जाती है,और उसको नया परिवार नया घर मिलता है नए तीन प्यार करने वाले पिता बहुत प्यार लाड करने वाली माँ जो कभी उसको अपनी आंखों से ओझल नही होने देती, पांच,पांच बड़े होसियार भाई जो अपनी जान से ज्यादा प्यार करते हैं, फिर ऐसा किया हुआ जो बह मात्र दस साल की उम्र में बह परिवार छोड़ कर भाग जाती है, अकेली सड़कों पर बैठी रात भर अकेली घूमती रहती है क्यू बह ऐसा करने पर मजबूर हुई क्यू ऐसा उसने किया, जो एक बार भी माँ पिता किसी ए बारे नही सोची क्यू बह घर से चली जाती है। आगे की जीवन वो कैसे अकेली जीती है बह अपने घर वापस आयेगी की नही जगत उसको खोज पाएगा या नहीं कैसे बह अपने माता पिता से करा वादा को इंडियन को वापस ला पाएगा या नही इंडियन का घर से रूठ के चले जाना विजय के परिवार को तोड़ के रख देता है, विजय का विश्वास जगत के ऊपर से उठ जाता है। विजय सबसे ज्यादा जगत पर भरोसा करते हैं, पर इंडियन का रूठ के जगत के घर से चले जाना बिना कुछ कहे बिना कुछ सुने अंधेरी रात में चुपके से बह छोटी दस साल की बच्ची आखिर क्यों ऐसा कदम उठाई जो विजय के परिवार को झकझोर के रख देगा सब लोग एक दूसरे दूर हो जाएंगे। किया जगत सबको एक कर पाएगा।
देखेंगे आगे की कहानी में भाग से भाग (इंडियन)
क्रमश: